देश मेरा स्वर्ग भूमि है... देश मेरा स्वर्ग भूमि है...
कहां पड़ा है प्रमाद में, आगे बढ़ना सीख। देश के खातिर, जीना मरना सीखा। कहां पड़ा है प्रमाद में, आगे बढ़ना सीख। देश के खातिर, जीना मरना सीखा।
मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत , मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत ,
जो खुशबू भारत भूमि मेंं है वो दुनिया के किसी इत्र मेंं कहां! जो खुशबू भारत भूमि मेंं है वो दुनिया के किसी इत्र मेंं कहां!
एक नहीं हज़ारों बार यह कलम एक ही आवाज़ पुकारती जय हो तुम्हारी भारती , जय हो तुम्हारी भारती ।। एक नहीं हज़ारों बार यह कलम एक ही आवाज़ पुकारती जय हो तुम्हारी भारती , जय हो तुम...
बदल गया था वो आँगन किसी और के घर में , पर फिर भी याद आ गयी बचपन की उस जमीन पर खड़े ह बदल गया था वो आँगन किसी और के घर में , पर फिर भी याद आ गयी बचपन की उस ज...